यह एक सत्य घटना है। इस सत्य घटना का उल्लेख इसलिए किया जा रहा है, ताकि तंत्र के जिज्ञासु तंत्र की सत्यता को भली भांति समझ सके और यह जान सके कि, वास्तव में तंत्र काम करता है तो, कैसे ?
पत्र का नाम – जै..न और रा..द(कोई आहत ना हो इसलिए नाम गुप्त किया जा रहा है)
घटना स्थल – करमन टोला,आरा,बिहार।
एक दिन मेरे पास एक सुन्दर-सी नवयौवना आई और कहने लगी, बीते हुए डेढ़-दो साल से एक बन्दे को अपने वश में करने के लिये, न जाने कितने टोटके करवाए.. न जाने कितने जानकर मौल्वियों के ताबीज पहनवाये, फूंक मारकर सिद्ध किये हुए सामग्री खिलायी पर अबतक बे-असर रहा है। तब मैंने उनसे इसका कारण पूछा तो, उन्होंने कहा कि , हो सकता है कि तंत्र उसपर काम न कर रहा हो,आप किसी ज्योतिषी-तान्त्रिक से काम करवाओ और सभी ने आपके नाम की गुजारिश की है.. सो मैं आपके पास आई हूँ !
मैने कहा – सारी बात विस्तार से बतलओ!
उसने सारी बात विस्तार से बतलायी – वह लड़का उसके खाला-खालु का है। बचपन में ही इनके माता-पिता दोनों के शादी करने की बात तय कर चुके द। सयाना होने के बाद दोनों में नजदीकियां बनी। जब शादी की चर्चा सब ओर फ़ैल चूका तो, दोनों परिवार एक जगह इकठ्ठा होकर निकाह की तारीख तय करने की सोची। खालु ने तीन लाख कॅश शादी के शादी सारा की सामान मांग रखी और जब हमलोग इतनी रकम न दे पाने की मज़बूरी बतलायी तो, वे लोग शादी करने से आनाकानी कर रहे है। यहाँ तक कि , जो लड़का खुद शादी करने की बात करता था.. अब वो भी पीछे हट गया है। वो लड़का कहता है कि , जब मेरी बढ़िया-सा जॉब लगेगा तब सोचूँगा !
मैने आगे कहा -” मैं तुम्हे यह अवश्य ही बतला सकता हूँ कि,.. तंत्र उसपर क्यों नहीं काम कर रहा है !
उसने कहा कि, प्लीज ! बतलाए मुझे !
इसके कुछ प्रोसेस होते है ।।जिसमे तुम्हारा ओरिजिनल डेट-टाइम-प्लेस ऑफ़ बर्थ की जरुरत पड़ेगी और इसकी निर्धारित फीस की !!
उसने कहा, अभी तो मैं उतनी राशि लेकर आई हूँ और न ही मुझे अपनी असली जन्म-तारीख ही मालूम है। इसलिये मै सब व्यवस्था करके, फिर आती हुं !
दूसरे दिन ही वो आ पहुंची. प्रॉसेस पूरा कर उसको बुलाया गया और जो रिजल्ट आया था.. उसमे उस लड़के का घरेलु नाम, रजि. नाम, उसके पिता का नाम, शहर और मोहल्ले का नाम सब कुछ हु-ब-हु मैच कर रहा था, परंतु.. डायरेक्शन मैच नहीं कर रहा था और शुभ समय भी नहीं चल रहा था.. मैंने उसको बतलाया.. यही दो कारण है जिसके तुम्हारा काम नहीं हो पर रहा है। क्योकि, तुम्हारा विवाह होने की डायरेक्शन मैच नहीं कर रहा है और शुभ समय भी नहीं है।
उसने कहा – “क्या कोई उपाय नही ! कि , जिस से उसकी शादी मेरे से ही हो।”
“बहुत मेहनत करनी होगी और समय लगेगा.. और लगातार उस लड़के और उसके परिवार वालों के साथ संपर्क में बने रहना होगा।”-मैंने जवाब दिया.
“मैं सब कर लुंगी यह सब..खाला-खालु है.. इसलिए हमेशा आना-जाना लगा ही रहते है।”- उसने कहा.
तब मैंने उसके लिए बेहतर तंत्र सामग्री की सिफारिश किया -1. मृग-मोहिनी वशीकरण कवच
शाल-चक्र वशीकरण कवच
3.प्रचंड वशीकरण सामग्री और ज्योतिषीय सुझाव.
उसने तंत्र सामग्री निर्माण करवाया और सामग्री लेकर चली गयी.
बात आयी-गयी..खत्म हो गयी.
करीब डेढ़ साल बीत चुके होंगे.. इस घटना के … एक दिन शहर घण्टा-घर के पास मुझे एक बुरका-नसीन महिला ने कहा- “अस्सलाम वाले कुम !!” …।
मैंने जवाब में कहा -“हरि ॐ” …।।
वह ज़ोरों से खिलखिला पड़ी और बोली आप आज भी नहीं बदले..वही अंदाज है आपका जवाब देने का !! आपने पहचाना मुझे ?
मैं जै…न !! ……अच्छा तो तुम्हरी शादी हो गयी !!.. पर किस से ?
उसी से !!
जिसके लिए मैं आपके पास आई थी.
कितने समय हुए ?
उसने कहा- क़रीब 6-7 महिना !
फिर ज्यादा बातचीत न हो पायी.. सड़क पर काफी भीड़ था..शोर-शराबा था.. वह चली गयी…।
मैं भी आगे निकल आया..ज्योतिष और तंत्र पर विचार – मंथन करते हुए.
(एक सत्य स्मृति)
आलेख साभार :
मुकुन्द नंदन
Add.-
उज्वल भविष्य दर्शन
ज्योतिष तंत्र वास्तु
शोध संस्थान
खेतारी नेहरू नगर
आरा -802301
भोजपुर, बिहार।
Cont./whatsApp
09334534189
आपके लिए अन्य बेजोड़ जानकारी यहाँ भी है -
🌹http://mukundnandan.blogspot.com
🌹http://yormukund.blogapot.com
🌹https://anubhuttantra.blogspot.com
✍️ 🌹http://mukundnandan.wordpress.com
🌹http://yormukund.wordpress.com
🌹https://jyotirvidmukund.family.blog/
No comments:
Post a Comment